जब सब जगह से नाउम्मीदी दिख रही थी और सारे दरवाज़े बंद हो चुके थे तब दिल्ली के AIIMS ने ऐसा चमत्कार कर दिखाया जो आज तक इससे पहले भारत में कभी नहीं हुआ. आज से ठीक छह महीने पहले सिर से जुड़े दो मासूम भाइयों को AIIMS ने न सिर्फ अलग पहचान दी है, बल्कि उनको अपने पैरों पर खड़ा कर ये दिखा दिया कि AIIMS के लिए नामुमकिन कुछ भी नहीं.