कोरोना के कारण हुए लॉकडाउन में जहां कई लोगों को अपने काम से हाथ धोना पड़ा तो वहीं अब लोग मजबूरी में सब्ज़ी बेचने, कपड़े इस्त्री करने को मजबूर हैं और पहले की तुलना में लोगों की आमदनी में भी कमी आई है. मई महीने में देश भर में बेरोज़गारी दर 23 फीसदी से ज़्यादा थी. अब तक जिन लोगों ने अपना रोजगार नहीं बदला है, वो भी खाली पड़े बाज़ारों से परेशान हैं,नहीं पता कि आगे का गुज़ारा कैसे होगा ?