सवाल हीरो बनाम आतंकवाद का नहीं है। सवाल है संवाद का। कश्मीर से आप कैसे बात करते हैं, क्या समझ कर बात करते हैं। कश्मीर के बहाने उत्तर भारत की राजनीति अगर सेट करेंगे तो इसका नतीजा शायद वो नहीं हो जो आप इन बहसो में जीतकर हासिल कर लेना चाहते हैं। मुझे उस लड़के से बात कर यही लगा कि कश्मीर से बात की जाए। क्या हम कश्मीर से बात कर रहे हैं।