जब तक फोन की फॉरेंसिक जांच नहीं होगी तब तक पता नहीं लगेगा की पेगासस सॉफ्टवेयर से हमला हुआ था या नहीं. जब दुनिया के 17 मीडिया संगठनों ने पेगासस के मामलों का पर्दाफाश किया तो उसके पहले दो तीन दर्जन फोन की फॉरेंसिक जांच की गयी. ये जांच एमएनएसटी इंटरनेशनल के लैब में हुआ. अभी तक इस मामले में यही एक मजबूत आधार बताया जा रहा था की कुछ फोन की जांच से सॉफ्टवेयर के हमले का पता चलता है...