प्रशांत किशोर को उत्तर प्रदेश की ज़मीनी हकीक़त के हिसाब से रणनीति बनाने और प्रचार प्रसार का ताना बाना बुनने की पूरी आज़ादी दी गई है। लेकिन कांग्रेस के कई नेताओं को लगता है कि वे अपने हद से बाहर जा रहे हैं। बिना फैसले के कुछ नामों को बार-बार उछालने का उल्टा असर भी पड़ सकता है।