देश के सरकारी बैंक और ग्रामीण बैंक मंगलवार को हड़ताल पर रहे. बैंकों में कोई कामकाज नहीं हो सका. इस हड़ताल से बैंकों की लगभग एक लाख, 32 हज़ार शाखाओं का कामकाज प्रभावित हुआ. बैंककर्मियों की सबसे बड़ी मांग है कि बैंकों के विलय और निजीकरण का फ़ैसला सरकार वापस ले.